सवेरे-सवेरे सूरज को देखना। अच्छा ल
गता है उससे भी अच्छा लगता है उसके आस पास की लालिमा भरी छठा को देखना। मेरा गाँव गंगा के किनारे है।
अक्सर अपने गाँव जाता हूँ तो सवेरे -सवेरे सूरज को देख कर लगता है जैसे सवेरे होते ही सूरज मां गंगा को प्रणाम करने आ गया हो । इस धरती पर तुलसी के अलावा कमलेशवर और अदम गोंडवी जैसे ज्ञानियों ने जन्म लिया।

अक्सर अपने गाँव जाता हूँ तो सवेरे -सवेरे सूरज को देख कर लगता है जैसे सवेरे होते ही सूरज मां गंगा को प्रणाम करने आ गया हो । इस धरती पर तुलसी के अलावा कमलेशवर और अदम गोंडवी जैसे ज्ञानियों ने जन्म लिया।
welcome sunil. i hpoe you will rock
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